उत्तराखंड में भारी बारिश पहाड़ से लेकर मैदान तक जनजीवन अस्त व्यस्त है। वहीं गुरुवार रात हुई भारी बारिश के चलते रुद्रप्रयाग जिले में बनतोली संगम पर बने द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर धाम को जोड़ने वाला पुल बह गया है। जिससे यहाँ पर आवाजाही ठप हो गई है। वहीं मध्यमहेश्वर धाम में कई यात्रियों और कांवड़ियों के फंसने की सूचना मिल रही है।
वहीं बारिश के कारण यमुना नदी के उफान पर आने से यमुनोत्री धाम में मंदिर परिसर को भारी नुक़सान हुआ है। मंदिर समिति के कार्यालय, रसोई आदि को भी नुकसान हुआ है। जिसकी जानकारी देते हुए पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि यहाँ पर जनहानि नहीं हुई लेकिन परिसंपित्तयों को नुक्सान पहुंचा है। जबकि यमुना नदी के मुहाने पर एकत्रित मलबा बोल्डर पत्थरों की वजह से मंदिर परिसर को अधिक नुकसान हुआ है।
दूसरी तरफ, जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर राममंदिर के निकट रजिस्ट्रेशन केंद्र भी क्षतिग्रस्त हुआ है। साथ ही यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट बंद होने के कारण बड़कोट से सरकारी अमला अभी यमुनोत्री धाम नहीं पहुंच पाया। इसके बारे में एसडीएम मुकेश चन्द्र रमोला ने बताया कि जनहानि नहीं हुई है लेकिन नुकसान काफी हुआ है। हालांकि, ओजरी डाबरकोट मार्ग खुलने के बाद भी नुकसान का जायजा लिया जाएगा।
तहसीलदार को राजस्व टीम के साथ मौके पर भेज दिया गया है। वहीं जानकीचट्टी यमुनोत्री के बीच रातभर अफरातफरी का माहौल बना रहा।