उत्तराखंड बोर्ड 2024 की 10वीं की परीक्षा में टॉप करने वाली प्रियांशी रावत को डमी स्कूल से परीक्षा देनी पड़ी। जहाँ बोर्ड परीक्षा में शत प्रतिशत अंक प्राप्त करने के बाद उत्तराखंड ही नहीं यूपी का भी रिकॉर्ड तोड़ने वाली पहाड़ की ये बेटी जिस स्कूल में पढ़ती थी उस विद्यालय को 10वीं की मान्यता प्राप् तक नहीं है। वहीं विभाग के अधिकारियों के मुताबिक राज्य में कई डमी स्कूलों का संचालन हो रहा हैं। अब इस मामले की जांच की जाएगी।
जहां एक तरफ जेबीएसजीआईसी गंगोलीहाट पिथौरागढ़ की छात्रा प्रियांशी रावत ने संयुक्त श्रेष्ठता सूची में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर पिछले सभी रिकार्ड ध्वस्त कर दिए और उत्तराखंड की 10वीं की बोर्ड परीक्षा में सबसे अधिक अंक लाने वाली छात्राओं में अपना नाम दर्ज कराया। लेकिन दूसरी तरफ विभाग के अधिकारी शुरुआत में उसे सरकारी इंटरमीडिएट कॉलेज बता रहे थे, लेकिन इसे अब अशासकीय विद्यालय यानी डमी स्कूल बताया गया है।
वहीं इसे लेकर पिथौरागढ़ के मुख्य शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार के बताया कि साधना पब्लिक स्कूल को आठवीं कक्षा तक की ही मान्यता है। हालांकि संभावना जताई जा रही है कि विद्यालय को इस साल से 9वीं कक्षा की मान्यता मिल जाए।
वहीं बताया जा रहा है कि स्कूल में सिर्फ प्रियांशी के पढ़ने की व्यवस्था थी, लेकिन उसका पंजीकरण जेबीएसजीआईसी गंगोलीहाट पिथौरागढ़ से हुआ था। जहाँ मान्यता न होने की वजह से निजी स्कूल बच्चों को यह अपने यहां पढ़ाते हैं, लेकिन पंजीकरण दूसरे स्कूल में कराते हैं। वहीं प्रदेश में ऐसे कई डमी स्कूल चल रहे हैं। इसकी अब जांच कराई जाएगी।