ज्योतिर्मठ में सोमवार को प्रेस वार्ता हुई। इस दौरान वासुदेवानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि ज्योतिमठ को लेकर कोई विवाद नहीं है। हालांकि पहले विचारधाराओं का विवाद था, लेकिन स्वरूपानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने के बाद अब पीठ पर कोई विवाद नहीं है।
इसी के साथ उन्होंने कहा कि स्वामी स्वरूपानंद महाराज ने किसी को भी लिखित में शंकराचार्य नहीं बनाया है। जबकि उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर कहा, वह मंदिर नहीं, बल्कि रामलला का निवास स्थान है। मंदिर किसी दूसरी जगह हो सकता है, लेकिन यह उनका घर है। वहीं घर बनाने में जितनी जगह बनती है उतने में ही प्रवेश हो जाता है। बाद में धीरे-धीरे निर्माण कार्य चलता रहता है।
वहीं चारधाम यात्रा के बारे में कहा कि उत्तराखंड के चारोंधामों में यात्रियों से ज्यादा पर्यटक आ रहे हैं। लेकिन जो पहले यात्री आते थे वे तपस्वी होते थे, अब पर्यटन के नजरिए से लोग आ रहे हैं। इस धर्मयात्रा को टूरिज्म बना दिया गया है। इस प्रेस वार्ता के दौरान तीर्थ पुरोहित ऋषि प्रसाद सती आदि मौजूद रहे।