उत्तराखंड में आज मंगलवार को हरेला लोकपर्व मनाया जा रहा है। वहीं प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने भी प्रदेशवासियों को हरेला की शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही कहा कि पर्यावरण को समर्पित ‘हरेला’ पर्व उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपरा और प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन का पर्व है।
राज्यपाल ने हरेला पर्व को लेकर कहा कि यह हमारी लोक संस्कृति, प्रकृति और पर्यावरण के साथ जुड़ाव का भी प्रतीक है। प्रकृति को महत्व देने की हमारी परंपरा रही है इसलिए हम प्रकृति के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं।यहीं नही बल्कि हमारे द्वारा बनाई गई इन परंपराओं का वैज्ञानिक आधार भी है। इसलिए हम सभी को उत्तराखंड की पर्यावरण हितैषी परंपराओं को आगे बढ़ाना है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हमें हरेला पर्व के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के संदेश के प्रति लोगों को जागरूक करना है। वहीं वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग एवं पर्यावरण असंतुलन जैसी समस्याएं बढ़ रही है। जिसके चलते पर्यावरण संरक्षण का महत्व बढ़ गया है। राज्यपाल ने कहा, हमें प्रकृति संरक्षण और प्रेम की अपनी संस्कृति के साथ ही उत्सवों को मनाए जाने की परंपरा को बनाए रखना होगा। इसके अलावा हम सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘एक पौधा मां के नाम’ मुहिम का हिस्सा बनकर एक-एक पौधा जरूर लगाएं।