प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सकल पर्यावरण उत्पाद(जीईपी) सूचकांक को लांच किया। इसके बाद सीएम धामी ने प्रेसवार्ता की। जिसमें उन्होंने कहा कि उत्तराखंड दुनिया का पहला राज्य है, जहां जीईपी लांच किया गया है।
वहीं सीएम धामी ने कहा कि हम सब लोगों के लिए आज एक एतिहासिक दिन है। हमारे पूर्वज हमें अच्छी वायु, जल स्रोत देकर गए हैं। पूरा वायुमंडल शुद्ध वायु से आच्छादित है। आज हम जिस प्रकार से विकास में आगे बढ़ रहे हैं, उसके चलते कैसे हम पर्यावरण को भी संरक्षित कर रहे हैं, ये उसका सूचकांक है।
साथ ही हमारे सामने आने वाले वर्षों में भी इसे बनाए रखने की चुनौती है। जहाँ हम ग्रीन बोनस की मांग करते थे, लेकिन आज पिछले तीन साल के आंकड़े आए हैं। जिसे हमें बेहतर करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि नीति आयोग, भारत सरकार में ये सूचकांक हमारे लिए कारगर होगा। आज हमारे हजारों गाड़ गदेरे सूख गए हैं। हम उनको पुनर्जीवित करने का काम कर रहे हैं। साथ ही हमारे पास कई शहरों की धारण क्षमता की जानकारी आ गई है।
इसके अलावा नीति आयोग और मुख्यमंत्री कॉन्क्लेव में हम राज्य से जुड़े मुद्दों पर बात करेंगे। सीएम धामी ने कहा कि भले ही हमारी 1.25 करोड़ जनसंख्या हो, लेकिन पर्यटन और तीर्थयात्रा को मिलाकर आठ करोड़ से अधिक लोग आते हैं। जिसको देखते हुए हम जैसे राज्यों के लिए विकास के मॉडल का फॉर्मूला अलग होना चाहिए, और बजट भी अलग हो। कहा कि पूरे देश के लिए केवल एक ही योजना न बने। वहीं पहले हमारी कुछ नदियां सदानीरा थीं लेकिन आज सूख गई हैं। हम उन्हें एक दूसरे से जोड़ने का काम करेंगे।