देश में जहां अभी तक कोलकाता महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्त्या के विरोध में प्रदर्शन थमा नही है वहीं इसी बीच राजधानी देहरादून से एक और हेवनियत की घटना सामने आ रही हैं। बता दे कि अंधेरी रात में देहरादून की सबसे व्यस्त रहने वाले आईएसबीटी में एक किशोरी ने जिस ड्राइवर अंकल से उसने मदद ली वह ही उसके लिए हैवान बन गया। जहाँ दिल्ली से देहरादून के आईएसबीटी पहुंची किशोरी के साथ आधी रात को पांच हैवानों ने बस में ही दुष्कर्म किया।अंधेरी रात में उसकी चीख दब गई और वह दरिंदे उसे नाचते रहे।
जानकारी के अनुसार, बीते 12 अगस्त को दिल्ली से किशोरी ने बस के परिचालक देवेंद्र से पंजाब जाने का रास्ता पूछा। जहाँ किशोरी को देख उसकी नीयत खराब हो गई। उस परिचालक ने चालक के साथ मिलकर किशोरी को दिल्ली से देहरादून जाने और देहरादून से पंजाब जाने का रास्ता बताकर अपने साथ बस में देहरादून ले आया।
जहाँ दून आईएसबीटी में पहुँचते ही सभी सवारी उतर गई। लेकिन किशोरी बस में ही थी। वहीं बस के परिचालक और चालक ने किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। लेकिन उनकी हेवनियत यही खत्म नहीं हुई इसके बाद आरोपी ने दूसरे बस चालकों और रोडवेज के खजांची को बताया। जिसके बाद इन सभी ने भी किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। घटना रात को एक बजे के बाद हुई जिस वजह से वह ज्यादा लोग मौजूद नहीं थे।
बताया जा रहा है कि किशोरी जब दिल्ली में कश्मीरी गेट पर थी तब उत्तराखंड परिवहन निगम की अनुबंधित बस के परिचालक देवेंद्र ने सही रास्ता दिखाने का झांसा दिया। और अपने साथ दून ले आया। वहीं किशोरी ने भी ड्राइवर अंकल पर विश्वास जताते हुए उसके साथ आ गई
। लेकिन बस के परिचालक और चालक की दून आईएसबीटी ही हैवानियत जाग गई।
वहीं इस दौरान सामूहिक दुष्कर्म के प्रकरण में आरोपी परिवहन निगम के खजांची राजेश सोनकर भी अपनी कैशरूम की ड्यूटी छोड़ बस में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने गया था। इसके बाद से वह लगातार कैश रूम में ड्यूृटी लगे थे। जहां शनिवार की रात को उन्हें पुलिस ने ड्यूटी के दौरान ही हिरासत में लिया।