भीमताल में बुधवार को एक सड़क हादसा हो गया। जहाँ बिजली का पोल लेकर हरीशताल जा रही पिकअप पटरानी के पास अनियंत्रित होकर 150 फिट गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में एक छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई जबकि सात लोग घायल हुए हैं। घटनास्थल पहुंचकर पुलिस, राजस्व विभाग और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को खाई से निकाला और सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी भेजा।
बताया जा रहा है कि बुधवार को भीमताल निवासी मनोज भट्ट पिकअप में बिजली के पोल लेकर भीमताल से हरीशताल जा रहा था। इस दौरान वाहन में तीन कर्मचारी निखिल, देवेंद्र और भोला के अलावा अरुण भी सवार था। वहीं उन्हें रास्ते में लूगड़ स्थित पनचक्की से गेहूं पिसवाकर लौट रही पटरानी निवासी नीमा परगांई (20) पुत्री दुर्गादत्त परगांई, पिंकी और चंदू ने चालक से लिफ्ट मांगी और वाहन में सवार हो गए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि शाम पांच बजे करीब वाहन लूगड़ से करीब 300 मीटर आगे पहुंचा ही था कि पटरानी के पास अचानक अनियंत्रित होकर 150 फिट गहरी खाई में गिर गया। जहाँ वाहन में सवार नीमा की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पिंकी, नंदू के अलावा चालक मनोज भट्ट, अरुण, कर्मचारी निखिल, देवेंद्र और भोला घायल हो गए। मृतक नीमा हल्द्वानी के एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी।
दूसरी तरफ, ऊर्जा निगम की एसडीओ काजल रैकुनी ने बताया कि वाहन विभाग का नहीं है बल्कि विभाग में काम करने वाले ठेकेदार का था, जो बिजली के पोल लेकर जा रहा था। जबकि धारी एसडीएम केएन गोस्वामी ने बताया कि सभी घायलों को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा गया है। साथ ही अब हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
कहा जा रहा है कि पटरानी-लूगड़ क्षेत्र जहाँ पिकअप अनियंत्रित होकर खाई में गिरी, उस जगह नेटवर्क नही आता है जिस वजह से घटना का पता समय से नहीं चल पाया। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि नेटवर्क के अभाव के चलते रेस्क्यू अभियान देरी से शुरू हुआ। यदि अगर नेटवर्क की समस्या नहीं होती तो शायद नीमा की जान बच जाती। उनका कहना है कि नेटवर्क की कमी के चलते सूचनाओं का अदान-प्रदान समय पर नहीं हो पाता है। जिससे समस्या आती हैं। इसको लेकर लोगों ने नाराजगी जताई है।