परीक्षा में नकल कराने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जा रहा है। इसी कड़ी में देहरादून पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने ऑल इंडिया स्तर पर एम्स द्वारा आयोजित एमडी परीक्षा (इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट 2024) में नकल कराते पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जहाँ परीक्षा केंद्रों से परीक्षार्थी प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर टेलीग्राम के माध्यम से अभियुक्तों भेजते थे।
फिर आरोपी उसके उत्तर टेलीग्राम के माध्यम से भेज परीक्षार्थियों को भेज रहे थे। बताया जा रहा है कि इस नकल के खेल में एम्स ऋषिकेश के दो डॉक्टर भी शामिल थे। वहीं अभियुक्त ने प्रत्येक अभ्यर्थी से एमडी की परीक्षा में पास कराने के एवज में 50 लाख रुपए लिए थे।
जानकारी के अनुसार पुलिस को परीक्षा केंद्रों में परीक्षा के दौरान परिक्षार्थियों को अनुचित तरीके से नकल कराए जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने ऋषिकेश पुलिस और एसओजी देहात की संयुक्त टीम का गठन किया। जिसने बीते 19 मई रात को बैराज रोड पर एक टाटा सफारी संख्या DL3CW5412 में बैठे पांच व्यक्तियों को एम्स की एमडी परीक्षा में नकल कराते हुए पकड़ा। जहाँ वे कांगडा हिमाचल के परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन एवं टैब के माध्यम से प्रश्न पत्रों के उत्तर उपलब्ध करा रहे थे। इनमे दो डॉक्टर भी शामिल थे।
वहीं पुलिस को पूछताछ में अभियुक्त अजीत ने बताया कि उसकी तीन लैब हैं जहाँ से वह अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी परिक्षार्थियों को नकल कराने के लिए भारी धनराशि लेता है।
ये थे नकल कराने वाले अभियुक्त
1.अजीत (44) पुत्र स्वर्गीय सतवीर सिंह निवासी, मकान नंबर 540 सेक्टर आठ जिला जींद हरियाणा।
2.अमन शिवाच(24) पुत्र अर्जुन निवासी गली नंबर 18/10 विकास कॉलोनी रोहतक हरियाणा।
3.वैभव कश्यप(23) पुत्र संजीव कश्यप, निवासी 260 अंबिका एनक्लेव सनौर पटियाला पंजाब
4.विजुल गौरा (31) पुत्र गोविंद लाल निवासी 2/5 पटेल नगर जिला हिसार हरियाणा
5.जयंत ( 22)पुत्र प्रकाश निवासी मकान नंबर 423 डिफेंस कॉलोनी जिला हिसार हरियाणा।