प्रदेश में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी हो गई है। वहीं इसी के चलते परिवहन विभाग ने भी पांच चेकपोस्ट पर अधिकारी-कर्मचारी तैनात कर दीए हैं। बताया जा रहा है कि सभी चेकपोस्ट पर यात्रा में आने वाले व्यावसायिक वाहनों के ग्रीन कार्ड, ट्रिप कार्ड की चेकिंग की जाएगी।
वहीं इसे लेकर संयुक्त परिवहन आयुक्त एसके सिंह ने बताया कि चारधाम यात्रा चेकपोस्ट के लिए सभी अधिकारी-कर्मचारियों की रोस्टरवार ड्यूटी लगा दी गई है। वहीं डामटा चेकपोस्ट को हटाकर अब विकासनगर-यमुना पुल मार्ग पर बाड़वाला चेकपोस्ट बनाया गया है। इसके साथ ही भद्रकाली, तपोवन, कुठालगेट, सोनप्रयाग चेकपोस्ट पर भी अधिकारी-कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं। यहाँ पर टैक्सी, मैक्सी, मिनी बस, बस आदि व्यावसायिक वाहनों की चेकिंग की जाएगी।
ये काम जरूर करें
1.चारधाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण, ट्रिप कार्ड जरूर बना ले।
2.सभी कॉमर्शियल वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड भी जरूरी है।
3.वाहन के सभी प्रपत्र आरसी, फिटनेस, बीमा, प्रदूषण, परमिट, उत्तराखंड में मोटर वाहन का कर जमा करा प्रमाणपत्र, चालक का लाइसेंस, ग्रीन कार्ड, ट्रिप कार्ड, यात्री सूची की वैध मूल प्रमाण प्रति होनी चाहिए।
4.सभी चालक के लाइसेंस में पर्वतीय मार्गों का पृष्ठांकन जरूर होना चाहिए।
5.चारधाम यात्रा के लिए एक धाम की यात्रा तीन दिन, दो धाम की यात्रा पांच दिन, तीन धाम की यात्रा सात दिन, चारधाम की चात्रा के लिए 10 दिन की अवधि निर्धारित है।
6.वाहन चालक, परिचालक वर्दी पहनें। साथ ही यात्रा में आते समय व वापसी में यात्रा चेकपोस्ट पर वाहन की प्रविष्टि जरूर कराएं।
इन बातों का रखे ध्यान
- तीर्थ यात्री पर्वतीय मार्गों पर अकुशल एवं अप्रशिक्षित वाहन चालक के साथ यात्रा करने से बचें।
- पर्वतीय क्षेत्रों में ओवर स्पीड न करें।
- वाहन चालक लगातार गाड़ी न चलाए, विश्राम भी करें।
- पर्वतीय मार्गों पर रात 10 बजे से सुबह चार बजे तक वाहन चलाना प्रतिबंधित है।
- यात्रा के दौरान वाहन में पदनाम के बोर्ड, सायरन, हूटर, लाल, पीली, नीली बत्ती, प्रेशर हॉर्न, मल्टी टोन हॉर्न व फैंसी लाइट लगाना प्रतिबंधित है।
- वाहनों को प्राकृतिक पानी के स्त्रोतों में न धोएं और वाहन खाई की तरफ पार्क मत करें।