प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। वहीं लगातार चारो धामो की यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। इसको देखते हुए डीजीपी अभिनव कुमार ने चारों धामों की क्षमता का आकलन वैज्ञानिक तरीकों से करने के निर्देश दिए हैं। वहीं अन्य विभागों से भी इसके लिए समन्वय स्थापित किया जाएगा। जिसके बाद यहाँ क्षमता के आधार पर ही यात्रियों को भेजा जा सके। इसके अलावा डीजीपी ने धामों में भीड़ नियंत्रण के लिए माइक्रो लेवल पर प्लानिंग करने के निर्देश भी दिए हैं। जिससे वहां पर कानून व्यवस्था और यातायात व्यवस्था निर्बाध बनी रहे।
बता दे कि मंगलवार को डीजीपी ने सभी जिला पुलिस प्रभारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर बड़े वाहन जाम का कारण बन रहे हैं। इसलिए परिवहन विभाग के साथ मिलकर ऐसी व्यवस्था बनाई जाए जिससे यात्रियों को बड़े वाहन से उतारकर वैकल्पिक माध्यम से धामों तक भेजा जा सके।
तभी इससे यात्रा मार्ग पर लगने वाले जाम से निजात मिल सकेगी। साथ ही चारों धामों की सुरक्षा के लिए जो स्कीम बनाई गई है उसी के अनुसार ही कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि यात्रा के संबंध में जो भ्रामक जानकारियां वायरल कर रहे हैं उन्हें भी तत्काल चिह्नित करने के निर्देश दिए।उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
साथ ही यातायात का दबाव बढ़ने पर यात्रियों को चिह्नित किए गए निर्धारित स्थनों पर रोकने की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। वहीं यात्रियों को ऐसे स्थानों पर रोका जाए जहां पर कस्बा या बाजार हो, ताकि उनके खाने पीने और रहने की व्यवस्था आसानी से उपलब्ध हो सके।
वहीं दूसरी तरफ चारधाम यात्रा में तैनात पुलिसकर्मियों का साप्ताहिक मेडिकल चेकअप कराने और साथ ही पर्यटन सीजन के मद्देनजर कुमाऊं रेंज के नैनीताल, कैंची धाम, जागेश्वर धाम आदि के लिए भी समय से यातायात प्लान बनाकर उसका अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कराया जाए। जिससे आगे लोगों को कोई परेशानी न हो।