चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही हैं। वहीं यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए प्रशासन लगातार काम कर रहा है। वहीं इसी कड़ी में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा पर आने वाले 50 वर्ष से अधिक आयु के तीर्थ यात्रियों की अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य जांच को कहा है। वहीं चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग, विश फाउंडेशन और हंस फाउंडेशन ने ई-स्वास्थ्य धाम एप की शुरुआत की है। बताया जा रहा है कि इस ऐप पर सभी श्रद्धालुओं को अपना स्वास्थ्य डाटा अपलोड करना होता है।
वहीं सोमवार को सचिवालय में स्वास्थ्य और पर्यटन विभाग की बैठक आयोजित हुई। इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य स्क्रीनिंग कर रही है। वहीं उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा पंजीकरण के समय अपनी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी देने के लिए जागरूक किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि अगर श्रद्धालुओं की ओर से सही मेडिकल हिस्ट्री पहले ही उपलब्ध कराई जाती है, तो इससे प्रशासन को किसी भी आपातकाल के दौरान चिकित्सा सहायता पहुंचाने में आसानी होगी। इसके साथ ही मेडिकल हिस्ट्री की उपलब्धता से प्रशासन को भी अपने चिकित्सा संसाधनों के बेहतरीन प्रबंधन करने की सुविधा मिलेगी। कहा कि प्रशासन श्रद्धालुओं को सुरक्षित व सुगम चारधाम यात्रा कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस बैठक में सचिव सचिन कुर्वे, अपर सचिव डाॅ. अमनदीप कौर समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।