उत्तराखंड में साइबर हमले से बृहस्पतिवार की सुबह अचानक प्रदेश का पूरा आईटी सिस्टम ठप हो गया। जिसके कारण सरकारी कामकाज भी पूरी तरह से बंद रहा। इस दौरान सचिवालय समेत किसी भी दफ्तर में कामकाज नहीं हो पाया।
जानकारी के अनुसार, प्रदेश में साइबर अटैक के चलते सीएम हेल्पलाइन से लेकर जमीनों की रजिस्ट्री का काम भी बंद रहा। वहीं सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) में विशेषज्ञों की टीम देर रात तक साइबर हमले से बाहर निकलने का प्रयास करने में जुटीं थीं। इस साइबर हमले की खबर मिलते ही सचिव आईटी नितेश झा, आईटीडीए निदेशक नितिका खंडेलवाल पूरी टीम के साथ आईटीडीए पहुंचे।
बताया जा रहा हैं कि यह साइबर हमला इतना खतरनाक था कि सिक्योर इंटरनेट सर्विस यूके स्वान के अलावा सबसे अहम स्टेट डाटा सेंटर भी इसकी चपेट में था। वहीं अचानक एक के बाद एक सरकारी वेबसाइटें बंद होती चलीं गईं।
वहीं इससे नुकसान होने की आशंका को देख सचिव आईटी नितेश झा ने पूरी सेवाएं बंद करा दीं। पूरी आईटी टीम दिनभर वायरस को हटाने में लगी रही, जहाँ सभी प्रयास असफल रहे। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद देर शाम विशेषज्ञ यूके स्वान को चलाने में कामयाब हुए। हालांकि ये स्थायी तौर पर नहीं चल पाया। वहीं इससे पहले स्टेट डाटा सेंटर से जुड़ी सभी वेबसाइट्स पूरी तरह से बंद थीं।
इसके अलावा जनता की शिकायतें डालने वाली सीएम हेल्पलाइन, 800 से ज्यादा ऑनलाइन सेवाएं देने वाली अपुणि सरकार की वेबसाइट बंद रही। जबकि 90 से ज्यादा वेबसाइट पूरी तरह ठप रहीं। दूसरी तरफ, सरकार का सबसे महत्वपूर्ण ई-ऑफिस पूरी तरह से बंद रहा। सचिवालय में भी काम रुक गया। साथ ही ई-ऑफिस वाले जिलों में काम ठप रहा।
इस अटैक को लेकर आईटी सचिव नितेश झा ने बताया कि यूके स्वान को चला दिया गया है। अन्य को भी विशेषज्ञों की टीम ठीक करने में लगी है। साथ ही इस साइबर हमले के कारणों की भी पड़ताल की जाएगी।