रायपुर में बीते दिनों युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में एक नया मोड आया है। जहाँ पुलिस को जांच में पता चला कि युवती के साथ एक ही आरोपी ने ही दुष्कर्म किया था। वहीं इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। जबकि अन्य दो युवकों के घटनास्थल पर मौजूदगी के साक्ष्य नहीं मिले हैं। जिसको देखते हुए उनके नाम मुकदमे से हटा दिए गए हैं।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता के बयान भी दर्ज करा दिए हैं। साथ ही जांच में पुलिस ने कुछ स्वतंत्र गवाहों के बयान भी दर्ज किए। हालांकि, पीड़िता की हालत अब सामान्य है। बता दे कि रायपुर क्षेत्र में बृहस्पतिवार को एक युवती से सामूहिक दुष्कर्म का मामले से हंगामा मच गया था। आरोप लगाया गया था कि तीन युवकों ने युवती को जबरन उठाकर जंगल में ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। जिसके बाद लोगों ने हंगामा किया था। इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का केस भी दर्ज कर लिया था।
वहीं पुलिस ने इस मामले में जांच के दौरान आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले और पूछताछ की। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जांच में पता चला है कि आरोपी अभिषेक चार नंबर चक्की के पास से पीड़िता को पैदल अपने साथ मैजिक तक लाया। इसके बाद वो यहां से मैजिक में बैठाकर उसे एक सुनसान जगह पर ले गया। फिर पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया।
इसके अलावा पुलिस ने अभिषेक के साथ उसके दो दोस्तों को भी नामजद किया था। लेकिन आरोपी अभिषेक ने इन्हें अपने एक अन्य साथी के फोन से कॉल कर वह बुलाया था। फोन जिसका था वह भी मैजिक वाहन चलाता है। हालांकि, यह बात कहीं कि अभिषेक उस वक्त तक मैजिक में अकेला था और पीड़िता पीछे बैठी थी। साथ ही पुलिस ने इन दोनों नामजद युवकों की लोकेशन का पता किया तो ये दोनों अलग-अलग स्थानों पर थे। यानी साफ होता है ये घटनास्थल पर थे ही नहीं।
दूसरी तरफ, एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दुष्कर्म के मुकदमे की विवेचना के लिए टीम गठित कर दो महिला दरोगाओं को नियुक्त किया गया है। जबकि साक्ष्यों के लिए चार तकनीकी टीमों का गठन भी किया गया है। वहीं आरोपी अभिषेक निवासी लाडपुर, रायपुर को न्यायालय के आदेश से जेल भेज दिया गया है।