प्रदेश में दिव्यांग बच्चों के लिए एक अच्छी खबर हैं। बता दे कि अगले साल के शैक्षणिक सत्र 2025-26 से दिव्यांग छात्र बिना किसी के सहारे के अपनी बोर्ड परीक्षाएं देंगे। जहाँ इसको लेकर नौवीं और 11वीं के दिव्यांग छात्रों ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में वह अपनी अर्धवार्षिक परीक्षा कंप्यूटर पर दे रहे हैं। दिव्यांग छात्रों की सुविधा के मद्देनज़र राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (एनआईईपीवीडी) की ओर से इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है।
आपको बता दे कि प्रदेश में हर साल बोर्ड परीक्षा के लिए दिव्यांग छात्र सामान्य छात्रों पर निर्भर रहते हैं। इसके कारण संस्थान की ओर से बोर्ड परीक्षा से पहले निजी विद्यालयों के छात्रों के लिए निवेदन करना पड़ता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए संस्थान की ओर से कंप्यूटर स्क्रीन रीडिंग सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है।
वहीं इसके बारे में संस्थान के प्राचार्य अमित शर्मा ने बताया कि इस सॉफ्टवेयर के जरिए ही नौवीं और 11वीं के छात्र अपनी परीक्षा दे रहे हैं। कहा कि हमारा मकसद दिव्यांग छात्रों को इस तरह से तैयार करना है कि वह आईटी के क्षेत्र में अपना करिअर बनाएं।
उन्होंने बताया कि परीक्षा से एक दिन पहले छात्रों के कंप्यूटर में प्रश्नपत्र अपलोड किया जा रहा है। वहीं दोनों कक्षाओं में कुल 52 दिव्यांग छात्र हैं, जिन्हें वर्तमान में कंप्यूटर में परीक्षा देने के लिए पूरी तरह से तैयार कर लिया है। जिसके बाद साल तक सभी छात्र कंप्यूटर पर ही अपनी बोर्ड परीक्षा देंगे। और उन्हे अब सामान्य छात्रों के सहारे की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।