प्रदेश में जहाँ कांवड यात्रा के दौरान दुकानों के सामने नेम प्लेट लगाने का मामला शांत ही हुआ था कि अब वहीं हरिद्वार के रामनगर क्षेत्र में मस्जिद और मजार के सामने टंगा पर्दा प्रशासन के लिए फिर मुसीबत बन गया। इसे लेकर मस्जिद और मजार कमेटी के प्रबंधकों ने दावा किया है कि उन्होंने प्रशासन के कहने पर कांवड़ यात्रा के दो दिन पहले मस्जिद मजार के सामने पर्दा लगाया है। लेकिन पुलिस के आला अधिकारी कह रहे है कि उन्होंने इस तरह के कोई निर्देश नही दिए गए हैं।
आपको बता दे कि रामनगर क्षेत्र के मस्जिद और एक मजार के सामने पर्दा टंगा देखकर इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। जिसको लेकर यह बताया गया कि मस्जिद और मजार के सामने पर्दा टांगने का निर्देश प्रशासन के द्वारा दिया गया है। वहीं जब इस मामले में पुलिस के आला अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने इस तरह के किसी निर्देश से सीधे मना कर दिया। लेकिन मस्जिद कमेटी का इसको लेकर कहना है कि कांवड़ मेला के दो दिन पहले यानि 21 जुलाई को मस्जिद और मजार के सामने पर्दा टांगा गया।
हालांकि, यह पर्दा किसने टांगा और किसने हटा दिया इसका कुछ पता नहीं चल पाया है। वहीं आशंका जताई जा रही है कि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अभद्रता धार्मिक स्थल पर न हो इस दृष्टिकोण से पर्दा टांगा गया हो। जबकि मस्जिद कमेटी के मौलाना अनवर अली ने कहा कि कांवड़ यात्रा शुरू होने के दो दिन पूर्व पुलिस और प्रशासन की ओर से पर्दा लगाने के निर्देश दिए गए थे।
बताया जा रहा है कि यह पर्दा रात में लगाया गया, लेकिन किसने लगाया इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। वहीं जब मामला शुक्रवार जुमा नमाज के बाद तूूल पकड़ा तो ज्वालापुर पुलिस ने खुद आकर पर्दा हटा दिया। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें रामनगर क्षेत्र के स्पेशल पुलिस ऑफिसर एसपीओ पर्दा हटाते दिख रहे हैं।
गौरतलब, इस मामले को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने कहा कि पुलिस की ओर कोई पर्दा नहीं टांगा गया और न ही इस तरह के कोई निर्देश दिए गए थे। हो सकता हैं कि सुरक्षा की लिहाज से स्थानीय निवासियों ने पर्दा टांगा होगा। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा पूरी तरह सुचारू रूप से संचालित हो रही है। आगे भी इसे निर्बाध रूप से संचालित किया जाएगा। यदि इस दौरान कोई किसी तरह का कोई अपवाद, अफवाह फैलाता है या उपद्रव करने की कोशिश करता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।