आईआईटी रुड़की में एक छात्र की संदिग्ध हालात में मौत होने पर हड़कंप मच गया है। बता दे कि छात्र का शव पंखे पर फंदे पर लटका हुआ मिला। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से नीचे उतारा। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं अब पुलिस छात्र की मौत के कारणों का पता लगा रही है।
पुलिस ने बताया कि, हनुमान गलवा (19) पुत्र जगमाल राम निवासी भटनोखा, जिला नागौर राजस्थान, आईआईटी रुड़की में बीएस एमएस ( मैथमैटिक्स एंड कंप्यूटर साइंस) पांचवें सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहा था। जोकि आईआईटी परिसर के जवाहर भवन के कक्ष संख्या बीएफ 12 में रह रहता था। बताया जा रहा है कि बुधवार करीब दो बजे तक वह आईआईटी परिसर में घूमता दिखाई दिया, इसके बाद वह कमरे के अंदर चला गया था।
इसी समय उसके दोस्तों ने किसी काम से उसको कॉल किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद सभी दोस्त उसके कमरे पर पहुंचे और आवाज लगाई, लेकिन कमरे से कोई जवाब नहीं आया। वहीं शक होने पर दोस्तों ने इसकी सूचना आईआईटी प्रबंधन को दी। वहीं फिर आईआईटी प्रबंधन ने इसकी सूचना सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजे की कुंडी तोड़कर अंदर गई। जहां उन्होंने देखा कि छात्र का शव पंखे पर फंदे पर लटका हुआ था।
फिर पुलिस ने शव को नीचे उतारा और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जिसके बाद इस घटना की सूचना मृत के परिजनों को भी दी। वहीं इस मामले पर कोतवाली प्रभारी नरेंद्र बिष्ट ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चलेगा।
क्या कम नंबर आने पर की आत्महत्या?
पुलिस ने बताया कि मृतक छात्र के दोस्तों ने पूछताछ में बताया कि इस बार हनुमान के अंक कुछ कम आए थे और उसकी उपस्थिति भी कम थी। जिसकी वजह से वह कुछ दिनों से परेशान था। जबकि उसने दोस्तों से मिलना जुलना भी कम कर दिया था।
वहीं, जब पुलिस ने मृतक छात्र के मोबाइल की जांच की तो पता चला उसने आखिरी बार दो बजे तक मोबाइल चलाया था। इसके बाद उसने मोबाइल से न ही कोई कॉल की और न ही उसके पास किसी का भी कॉल आया। जबकि पुलिस को कमरे की तलाशी के दौरान भी कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। हालांकि अब पुलिस जांच में जुट गई है।