उत्तरकाशी के नाकुरी में सोमवार को दो महिलाएं नदी में बह गई। बताया जा रहा है कि शिव मंदिर के निकट गंगाजल भरने के दौरान एक महिला और एक युवती भागीरथी नदी के तेज बहाव में बह गईं। वहीं इसकी सूचना मिलने पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, क्यूआरटी और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। टीमों ने दोनों की तलाश में बचाव अभियान शुरू कर दिया है। लेकिन दोनों का कुछ सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं इस घटना से गुस्साए लोगों ने नाकुरी में गंगोत्री हाईवे पर चक्का जाम लगा दिया।
हालांकि, एसडीएम के आश्वासन पर लोगों का गुस्सा थोड़ा शांत हुआ।
जानकारी के अनुसार बीते दिन सावन के आखिरी सोमवार पर कुंसी गांव निवासी सोनम (20) पुत्री सोबन सिंह और राजेश्वरी (30) पत्नी जगमोहन सिंह दोनों मिलकर नाकुरी के शिव मंदिर के समीप भागीरथी नदी से गंगाजल भर रहीं थीं। इसी दौरान अचानक वह दोनों नदी के तेज बहाव में बह गईं। इस घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम डुंडा नवाजिश खलीक राजस्व विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वहीं उन्होंने बचाव अभियान के लिए मनेरी भाली जल विद्युत परियोजना द्वितीय से नदी का पानी रुकवाया। जिसके बाद नाकुरी और आसपास के क्षेत्र में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और क्यूआरटी टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन दोनों का कुछ पता नहीं चल पाया।
दूसरी तरफ चिन्यालीसौड़ में एसडीआरएफ की गोताखोर टीम भी टिहरी झील में सर्च अभियान चला रही है। लेकिन इस घटना से गुस्साए लोगों ने हादसे के लिए जल विद्युत निगम को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मनेरी व जोशियाड़ा बैराज से अचानक अतिरिक्त पानी छोड़ा गया, जिस कारण यह घटना हुई। जिसके चलते वहाँ आक्रोशित लोगों ने गंगोत्री हाईवे पर नाकुरी में सांकेतिक चक्का जाम किया।
इसकी सूचना एसडीएम डुंडा नवाजिश खलीक ने मिली, जिसके बाद उन्होंने आक्रोशित लोगों से वार्ता की। आश्वाशन देते हुए कहा कि हादसे के कारणों की जांच की जाएगी। जांच में जो दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। साथ ही लापता महिला व युवती के परिजनों की आर्थिक मदद की जाएगी। उनकी बात पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ।