प्रदेश में हाल ही में लोकसभा चुनाव हुए। जिसमें भाजपा को पांचो सीटों पर विजय मिली तो वहीं कांग्रेस को हार। लेकिन अब इस हार का बदला लेने के लिए कोंग्रेस के दिग्गज बदरीनाथ और मंगलौर उपचुनाव के मैदान में मोर्चे पर उतर गए हैं। बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व सीएम हरीश रावत, विधायक प्रीतम सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत पार्टी के विधायकों ने प्रचार मोर्चा संभाल लिया है। वहीं अब ये नेता जनसंपर्क करके पार्टी नेता प्रत्याशियों के लिए समर्थन मांग रहे हैं।
आपको बता दे कि बदरीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को उपचुनाव के लिए मतदान होने हैं। यानी अब दोनों सीटों पर प्रचार के लिए आठ दिन का समय शेष बचा है। जिसे देखते हुए कांग्रेसी दिग्गजों ने दोनों सीटों पर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। जहां लोकसभा चुनाव में पांचों सीटों पर हार के बाद अब प्रदेश के पार्टी नेताओं ने उपचुनाव जीतने के लिए प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसके लिए कांग्रेस स्थानीय मुद्दों को धार दे रही है।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस बदरीनाथ सीट पर उपचुनाव कराने को लेकर मुद्दा बना रही है। क्योंकि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले यहां के विधायक रहे राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए, जिस वजह से यह सीट खाली हुई है। वहीं इसके बाद कांग्रेस का कहना है कि बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र की जनता ने राजेंद्र भंडारी को जीताकर पांच साल के लिए विधानसभा भेजा था, लेकिन उन्होंने दल बदल कर लोगों का विश्वास तोड़ा है। जिसका जवाब उन्हे उपचुनाव में जनता देगी।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, विधायक प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल ने भी बदरीनाथ विधानसभा के अलग-अलग क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशी लखपत बुटोला के लिए वोट मांगने शुरू कर दिए है। जबकि पूर्व सीएम हरीश रावत व पार्टी के विधायक मंगलौर सीट पर प्रचार के माध्यम से प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन के लिए समर्थन जुटा रहे हैं।