उत्तराखंड में आज शौक की उमड़ पड़ी, जब प्रदेश के एक वीर जवान का पार्थिव शरीर घर पहुंचा। बात दे कि सेना में अपनी ड्यूटी के दौरान शहीद हुए मेजर प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर उनके घर भनियाववाला पहुँच गया है।अपने जवान बेटे को तिरंगे में लिपटा देख परिजन बिलख पड़े। वहीं इस दौरान उनके घर सैकड़ों लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इसी के साथ कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला सहित ग्रामीणों ने भावुक होते हुए शहीद मेजर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बताया जा रहा है कि शहीद मेजर प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर हरिद्वार लेकर गए हैं। जहाँ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बात दे कि बीते दिन देहरादून जिले के भानियावाला के संगतियावाला गांव निवासी मेजर प्रणय नेगी लेह में हाई एटीट्यूड होने के कारण ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। उनके शहीद होने की खबर सुनकर परिवार में शौक पसरा हुआ है।
जानकारी के अनुसार 18 आर्टिलरी बटालियन में तैनात सुदर्शन नेगी के बेटे मेजर प्रणव नेगी (36) लेह में ड्यूटी पर तैनात थे। लेकिन बीते मंगलवार सुबह सेना मुख्यालय ने मेजर प्रणव के परिजनों को सूचना दी कि स्वास्थ्य खराब होने की वजह से उनके बेटे शहीद हो गए हैं।
जहाँ अपने बेटे की शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं इस दुःखद खबर सुनकर मेजर के रिश्तेदार और आसपास के लोग परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे।
बताया जा रहा है कि शहीद मेजर तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। वहीं तीन साल पहले ही मेजर की शादी हुई थी। जिनका डेढ़ साल का एक बेटा भी है। मेजर के चाचा नरेंद्र नेगी ने बताया कि, लेह में हाई एटीट्यूड में तैनाती के दौरान ऑक्सीजन की कमी से स्वास्थ्य बिगड़ने पर मेजर शहीद हो गए थे। वहीं प्रणव नेगी 2013 में आईएमए से पासआउट होकर सेना में लेफ्टिनेंट बनकर देश की सेवा कर थे। जोकि मूल रूप से थाती डांगर गांव कीर्तिनगर टिहरी के रहने वाले थे।