उत्तराखंड में हुए पोखरा रेंज घोटाले को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं। जहाँ सीबीआई देहरादून की टीम ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की पाखरो रेंज में अवैध निर्माण और पेड़ कटान की जांच कर रही हैं। इसी क्रम में टीम ने कोटद्वार में वनकर्मियों से कई घंटे पूछताछ की। जबकि इस मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय भी मनी लांड्रिंग की जांच कर रहा है।
आपको बता दे कि तत्कालीन वन मंत्री समेत वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी भी इस जांच में शामिल हैं। वहीं वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ के साथ ही सीबीआई दस्तावेजों को भी कब्जे में ले रही है।
वहीं इसी के चलते सीबीआई टीम बुधवार को कोटद्वार व उससे सटे वन रेंज में पहुँच कर्मचारियों से पूछताछ की। टीम ने वन विभाग के कार्यालयों में दस्तावेज खंगाले और कई घंटे पूछताछ की। बताया जा रहा है कि इस जांच के दौरान सीबीआई के हाथ कई अहम दस्तावेज लगे हैं, जिससे जांच अन्य अधिकारियों तक भी पहुंच सकती है।
आपको इस मामले के बारे में बताए तो कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ टाइगर रिजर्व की पाखरो रेंज में वर्ष 2019 में टाइगर सफारी बनाने के लिए 106 हेक्टेयर क्षेत्र में 163 पेड़ काटने की अनुमति मिली थी। लेकिन यहां पर 6093 पेड़ काट दिए गए। वहीं इसके अलावा वन आरक्षित क्षेत्र में अवैध निर्माण भी किया गया। वहीं जब इस मामले की जांच हुई तो तत्कालीन वन मंत्री हरक सिंह रावत, पूर्व डीएफओ किशन चंद समेत कुछ अन्य वन अधिकारी-कर्मचारी का नाम इस घोटाले में सामने आया। वहीं अभी भी इस मामले में जांच जारी है।