प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूरी तत्परता के साथ अपना कार्य का निर्वहन कर रहे है। वहीं हर चीज पर वह नज़र रखते है। इसी के चलते सीएम धामी ने गड़बड़ी, लापरवाही समेत कई तरह के आरोपों से घिरे प्रभारी मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक शशि मोहन श्रीवास्तव को हटाकर उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि रविवार के दिन अवकाश होने के बावजूद भी उन्होंने सचिवालय खुलवाकर श्रीवास्तव को अगले आदेश तक के लिए आवास विभाग से संबद्ध कर दिया है। जबकि अपर सचिव अतर सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार अब वरिष्ठ नगर एवं ग्राम नियोजक शालू थिंड को प्रभारी मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जानकारी के अनुसार इसके बाद अब कुछ और बड़े अधिकारियों पर सरकार जल्द कार्रवाई कर सकती हैं। बता दे कि मुख्यमंत्री ने व्यवस्थित विकास को लेकर नगर एवं ग्रामीण नियोजक को मास्टर प्लान से लेकर भू परिवर्तन तक की जिम्मेदारी सौंपी थी। जहाँ इस प्लान के अंतर्गत राजधानी से लेकर बदरीनाथ धाम तक विकास कार्यों को धरातल पर उतारा जा रहा है। वहीं इसी बीच नगर और ग्रामीण नियोजक (टाउन प्लानर) की जिम्मेदारी संभाल रहे शशि मोहन श्रीवास्तव की लगातार शिकायतें मिल रहीं थीं।
जिसके बाद मुख्यमंत्री ने आम जनता से जुड़े इस अहम विभाग के प्रभारी मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे। वहीं अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन के अनुसार श्रीवास्तव के खिलाफ काम में लापरवाही करने के साथ ही कई तरह की शिकायतें हैं। अब वहीं सीएम धामी के आदेश पर प्रकरण की जांच कराई जा रही है। इसकी जांच रिपोर्ट मिलने के बाद उनके खिलाफ अगली कार्रवाई हो सकती है।