मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने गर्भवती महिलाओं को बड़ी राहत दी है। बता दे कि सीएस राधा रतूड़ी ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से संचालित होने वाली हेली एंबुलेंस सेवा का लाभ प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों से गंभीर स्थिति में गर्भवतियों को देने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने हेली एंबुलेंस सेवा की मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) में गर्भवतियों को प्राथमिकता के आधार पर सेवा देने का प्रावधान करने के निर्देश दिए।
बुधवार को सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने के लिए चर्चा हुईं। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि शीघ्र ही हेली एंबुलेंस संचालन के लिए एसओपी तैयार किया जाए । वहीं एसओपी को एम्स ऋषिकेश के साथ ही जिलाधिकारियों, सीएमओ, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों व अन्य हितधारकों के साथ समन्वय कर तैयार करके, स्वास्थ्य विभाग को भेजा जाए। इसके अलावा एसओपी में राज्य के दुर्गम क्षेत्रों की गंभीर स्थिति वाली गर्भवतियों को तत्काल आपात चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए हेली एंबुलेंस सेवा में प्राथमिकता देने की बात कहीं।
साथ ही इस बैठक में एम्स ऋषिकेश के अधिकारियों ने बताया कि एयरो मेडिकल सर्विस की एसओपी का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। जबकि हेली एंबुलेंस सेवा के लिए कॉल सेंटर स्थापित कर दिया गया। वहीं हेल्पलाइन ऑडिट प्रक्रिया की गुणवत्ता सुधार और एम्स के मेडिकल स्टाफ और टीम के क्षमता विकास पर भी काम चल रहा है।
इस बैठक में अपर सचिव सोनिका, नमामि बंसल तथा एम्स निदेशक डॉ. मीनू सिंह शमिल हुए।