प्रदेश में एक बार फिर आज से गुशमुदा बच्चों, पुरुषों और महिलाओं की तलाश के लिए ऑपरेशन स्माइल की शुरुआत की गई है। इसे लेकर डीजीपी अभिनव कुमार ने निर्देश जारी किए हैं। बता दे कि इस अभियान की शुरुआत 2015 में हुई थी। जिसमें अब तक 13 बार चलाया जा चुका है। इसी अभियान के अंतर्गत अभी तक 5981 गुमशुदा लोगों को तलाश की जा चुकी है। वहीं एक बार फिर से प्रदेश में ऑपरेशन स्माइल के लिए टीमें गठित की गई हैं।
जानकारी के अनुसार, इस साल एक मई से 30 जून तक ऑपरेशन स्माइल चलाया गया था। ऑपरेशन के दौरान कुल 1370 गुमशुदा लोग मिले।
वहीं पुलिस मुख्यालय स्तर पर एसपी क्राइम विशाखा अशोक भदाणे को ऑपरेशन स्माइल की नोडल अफसर बनाया गया है। जहाँ इस अभियान के लिए देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर में पांच-पांच टीमें गठित हुई हैं। जिनमें एक दरोगा और चार कांस्टेबल शामिल हैं। जबकि बाकी सभी जनपदों में एक-एक टीम का गठन किया गया है। साथ ही गुमशुदा बच्चों और महिलाओं से जानकारी लेने के लिए एक-एक महिला पुलिसकर्मी को टीमों में अनिवार्य रूप से तैनात किया गया है। इसके अलावा, एक-एक विधिक और तकनीकी टीम का गठन भी प्रत्येक जिले में हुआ है।
डीजीपी ने दिए ये निर्देश
- डीजीपी ने कहा कि वर्ष 2017 से गुमशुदा हुए लोगों को ढूँढने के सभी प्रयास किए जाएं।
- इस ऑपरेशन स्माइल के तहत गुमशुदा हुए लोगों का मिलान प्रदेश और सीमावर्ती राज्यों में बरामद लावारिस शवों से अनिवार्य रूप से करें।
- ऑपरेशन स्माइल के लिए नियुक्त की गई टीमें अपने जिलों के अलावा अन्य जिलों के गुमशुदा लोगों की तलाश में भी मदद करेंगी।
- गुमशुदाओं के बरामद होने पर उनकी सुपुर्दगी व पुनर्वास के संबंध में नियमानुसार कार्रवाई हो।
- यदि बरामद हुए लोगों के संबंध में आपराधिक जानकारी मिले तो नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाए।