उत्तराखंड में मानसून अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। लेकिन मानसून खत्म होने से पहले राज्य के पर्वतीय जिलों में मौसम का मिजाज बिगड़ा रहेगा। इसे लेकर मौसम विज्ञान केंद्र ने 11 से 14 सितंबर तक प्रदेश के पर्वतीय जिलों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही मौसम वैज्ञानिकों ने हिदायत दी है कि बारिश के दौरान संवेदनशील इलाकों में दिन के साथ रात में भी सतर्कता बरतें।
बता दे कि मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से बारिश का अलर्ट जारी किया गया है जिसके अनुसार, कुमाऊं मंडल के बागेश्वर जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है जहां तेज गर्जना के साथ भारी से भारी बारिश होने की भी संभावना है। जबकि देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, चमोली, रुद्रप्रयाग, चंपावत और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
गौरतलब , मौसम विभाग के द्वारा भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए चमोली जिला प्रशासन ने गुरुवार को सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में एक से 12वीं तक की कक्षाओं में अवकाश घोषित कर दिया है। साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रो की छुट्टी रहेगी। वहीं जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि जिला स्तरीय अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
दूसरी तरफ , मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, उत्तराखंड में मानसून की विदाई की आधिकारिक तिथि 15 सितंबर है। लेकिन इससे पहले प्रदेश के पर्वतीय जिलों और मैदानी इलाकों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश होने के आसार हैं। इसलिए 14 सितंबर तक संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। वहीं आवश्यक न होने पर यात्रा करने से भी बचें।