उत्तराखंड में मंगलवार देर रात हुई भारी बारिश आफत बन बरसी। जहाँ बारिश के चलते कर्णप्रयाग और टिहरी में भारी नुकसान हुआ है। यहाँ पर कई वाहन मलबे की चपेट में आ गए तो दूसरी तरफ कई मवेशी भी जिंदा दफन हो गए।
वहीं आज भी पर्वतीय जिलों में भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। इसे लेकर मौसम विज्ञान केंद्र की और से देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चम्पावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
जबकि बाकी अन्य जिलों में भी कई दौर की तेज बारिश होने के आशंका जताई गई हैं। इसके मद्दे नज़र मौसम वैज्ञानिकों ने हिदायत दी है कि तेज बारिश के दौरान पर्वतीय इलाकों में यात्रा करने से बचें।
कर्णप्रयाग और टिहरी में मची तबाही
बता दे कि बीती रात हुई भारी बारिश से कर्णप्रयाग में भारी नुकसान हुआ है। इस दौरान कई वाहन और घर मलबे की चपेट में आए हैं। बधाणी गांव में चार घरों के अंदर से पानी निकल रहा है। जहाँ आधी रात तीन बजे से लोगों में दहशत बनी हुई है। सुभाषनगर और अपर बाजार में कई वाहन मलबे की चपेट में दब गए है। जबकि देवतोली में एक घर का आंगन टूट गया और अन्य घरों में दरारें आई हैं।
वहीं दूसरी तरफ, टिहरी के भिलंगना ब्लॉक क्षेत्र में बीती रात को हुई भारी बारिश से रात दो बजे के लगभग बारिश से घुत्तू भिलंग में भारी भूस्खलन हुआ है। कई मवेशी जिंदा दफन हो गए हैं।
इसके अलावा घुत्तू और आसपास के लगभग आठ से दस गांवों में अतिवृष्टि से जगह जगह भारी भूस्खलन और भू-धंसाव हुआ है। जिस कारण जगह-जगह पर सड़कें बह तो कई पुलिया भी बह गई। यही नही बल्कि घुत्तू देवलिंग में भारी बारिश से गोशाला पर मलबा आ गया। जिस कारण दो गाय और छ बछड़े मलबे में दब गए वहीं दो गाय घायल हुई है। वहीं l राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। मलबा हटाने का कार्य जारी है।