प्रदेश में स्थित गंगोत्री गोमुख तपोवन ट्रैक की यात्रा पर गंगोत्री नेशनल पार्क ने रोक लगा दी है। वहीं अग्रिम आदेशों तक ट्रैकर्स को इंतज़ार करना पड़ेगा। जबकि चीड़बासा में मार्ग अवरुद्ध होने की वजह से किसी भी यात्री और ट्रेकर को कनखू बैरियर से आगे जाने की अनुमति नहीं होगी।
बता दे कि मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट के बाद बीते बृहस्पतिवार को बारिश से चीड़बासा नाले के उफान के पर आने से गोमुख ट्रैक पर आवाजाही सुरक्षित नहीं है। जिसके मद्देनज़र गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन ने अग्रिम आदेशों तक गंगोत्री से गोमुख तपोवन ट्रैक की यात्रा पर रोक लगा दी है। हालांकि इस यात्रा पर रोक लगने के कारण इस बार कांवड़ियों को गंगोत्री से ही जल भरकर लौटना पड़ेगा।
आपको बता दे कि सावन के शुरू होने से पहले ही गोमुख से जल भरने के लिए देशभर से कांवड़ियें उत्तरकाशी पहुंच जाते हैं, ताकि वह समय पर अपने शिवालयों तक पहुंच सकें। इसी बीच अब जनपद में गंगोत्री धाम और गोमुख के लिए कांवड़ियों के जत्थों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।
वहीं शुक्रवार को राजस्थान भरतपुर से कांवड़ियों का जत्था पहुंचा। जिन्होंने कहा कि उन्हें गोमुख से गंगा जल भरना है। लेकिन अभी गोमुख यात्रा पर रोक लगने के कारण उन्हें गंगोत्री से ही जल भरकर लौटना पड़ेगा। दूसरी तरफ, गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक आरएन पांडेय ने बताया कि सुरक्षा को देखते हुए अग्रिम आदेशों तक गंगोत्री से गोमुख तपोवन ट्रैक की यात्रा पर रोक लगा दी गई है।