Lok Sabha Election Results : उत्तराखंड में आज 55 प्रत्याशियों के किस्मत की रेखा दिखाएगी कमाल,तीनों सीटों का परिणाम आते ही हो जाएगा साफ

देश की राजनीतिक पार्टियों और जनता को जिस दिन का इंतज़ार था वह आज खत्म होने वाला है। लोक सभा चुनाव के परिणाम आज घोषित हो जाएंगे। वहीं उत्तराखंड में भी 47,72,484 मतदाताओं का फैसला आज मंगलवार को ईवीएम से बाहर निकलकर 55 प्रत्याशियों की हार-जीत तय करेगी। बताया जा रहा है कि आज सुबह आठ बजे से ही मतगणना शुरू हो गई है। जहाँ सबसे पहले अल्मोड़ा, नैनीताल और टिहरी लोकसभा सीटों के परिणाम आ सकते है।

इसे लेकर सोमवार को अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय जोगदंडे ने मीडिया सेंटर सचिवालय में बताया कि लोकसभा चुनाव की मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू होगी। लेकिन आरओ मुख्यालय देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल और अल्मोड़ा में सुबह आठ बजे से पहले पोस्टल बैलेट की गणना की जाएगी और साढ़े आठ बजे से ईवीएम की गणना शुरू होगी।

जबकि बाकी बचे आठ जिलों टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, बागेश्वर, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, पिथौरागढ़ में जिला मुख्यालयों पर सुबह आठ बजे से ही ईवीएम के वोटों की गणना शुरू हो जाएगी। वहीं सभी राजनीतिक दलों, प्रत्याशियों उनके एजेंट व पार्टी पदाधिकारियों को स्ट्रांग रूम खुलने के दौरान उपस्थित रहने का अनुरोध किया गया है।

साथ ही उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने मतगणना की तैयारियों व सभी प्रक्रियाओं की निगरानी के लिए 27 ऑब्जर्वर तैनात किए हैं। ये सभी ऑब्जर्वर तैनात किए गए जिलों में पहुंच चुके हैं। वहीं जब स्ट्रांग रूम खोले जाएंगे उस समय सभी प्रक्रियाओं की वीडियोग्राफी की जाएगी। सभी वोटो की गणना के बाद दोपहर दो बजे तक हार-जीत के फर्क साफ हो जाएंगे।

वहीं अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यह भी बताया कि प्रदेश में ईवीएम मतगणना के लिए 884 टेबल लगाई गई हैं। जहाँ प्रत्येक एक विधानसभा में अधिकतम 14 टेबल काउंटिंग हैं। जहाँ हर एक टेबल पर तीन कार्मिक तैनात किए गए हैं, जिसमें एक काउंटिंग सुपरवाइजर, काउंटिंग असिस्टेंट और माइक्रो आब्जर्वर होंगे। जबकि रिजर्व में 120 कार्मिकों की तैनाती भी की गई है। इसके अलावा काउंटिंग सेंटर के लिए स्पेशल मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की गई है।

इसके अलावा उन्होंने बताया कि काउंटिंग सेंटर में सुरक्षा दृष्टि के अंतर्गत तीन घेरों में सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है। जहाँ सबसे अंदर घेरे में सीआरपीएफ, दूसरे घेरे में राज्य सशस्त्र पुलिस बल और तीसरे घेरे में राज्य पुलिस तैनात हैं। इस दौरान कोई भी व्यक्ति को तीसरे घेरे के आगे वाहन नही ले जा सकता हैं। जबकि अंदर आने वाले सभी व्यक्तियों, अधिकारियों, कार्मिकों को डीओ या आरओ की ओर से जारी पहचानपत्र पर ही प्रवेश मिलेगा। वहीं प्रत्याशियों एवं राजनीतिक दलों की ओर से नियुक्त काउंटिंग एजेंट फार्म-18 में दिए गए नियुक्तिपत्र एवं पहचानपत्र के साथ प्रवेश कर सकते हैं। इसके साथ ही काउंटिंग सेंटर पर कोई भी व्यक्ति मोबाइल फोन नहीं ले जा सकता हैं साथ ही इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने पर सख्त रोक है।