प्रदेश के अल्मोड़ा जिले में हुए बस हादसे के बाद कई लापरवाही सामने आई है। जहाँ मरचूला-सतपुली मोटर मार्ग पर इतना बड़ा बस हादसा हुआ है, इसी साल मार्च में यहाँ पर क्रेश बैरियर लगाने समेत अन्य सुरक्षा कार्य करने की स्वीकृति मिली थी। लेकिन इसके बावजूद सात महीने गुजर जाने के बाद भी यहाँ कोई कार्य नहीं हुआ। इस लापरवाही को देखते हुए अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए। वहीं उनके निर्देश पर शासन ने मामले की जांच कराने का आदेश दिया है।
जानकारी के अनुसार जाँच समिति को तीन दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिए गए है। बीते सोमवार अल्मोड़ा जिले के मरचूला-सतपुली मार्ग पर एक बस दुर्घटना हुई थी, इसमें 36 लोगों की मौत हुई थी। इतने बड़े हादसे के बाद सड़क सुरक्षा इंतजाम को लेकर लोनिवि पर सवाल उठाएं जा रहे हैं।
इस मार्ग पर क्रश बैरियर न होने पर सीएम ने भी जांच के आदेश दिए हैं। बता दे कि जहाँ हादसा हुआ है, यहां पर इसी साल 15 मार्च को मोटर मार्ग सुरक्षा कार्य, क्रश बैरियर, पैरापिट कार्य के लिए स्वीकृति प्रदान की गई थी। वहीं अभी तक सात महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी सड़क सुरक्षा कार्य नहीं के कारणों की जांच को लेकर शासन ने जांच समिति गठित की है।
आपको बता दे कि इस समिति में जांच लोक निर्माण विभाग के अपर सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में होगी। इसके अलावा सचिव लोनिवि डॉ.पंकज पांडेय के जारी आदेश में कहा है कि इस प्रकरण में समिति तीन दिन में जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराएगी। साथ ही इस समिति को अभी तक कार्य शुरू न होने और देरी के लिए उत्तरदायी अधिकारियों के नाम और पदनाम भी उपलब्ध कराने के भी आदेश दिए है।
दूसरी तरफ, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. पंकज पांडेय ने सभी जिले के जिलाधिकारियों को एक पत्र भेजा है। जिसमें कहा गया है कि मार्च-2025 तक प्रदेश के सभी राज्यमार्गाें पर क्रैश बैरियर, पैरापिट लगाएं जाने है। वहीं अगर उनके जिले में कोई ऐसा मार्ग है, जहां पर सड़क सुरक्षा संबंधी कार्य होना है। तो उसकी जानकारी डीएम एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराएं।