राजधानी देहरादून में रविवार को अमर उजाला संवाद का आयोजन हुआ। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश से जल्द ही उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में हेली एंबुलेंस की सुविधा मिलेगी।जिसके लिए जल्द ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और नागरिक उड्डयन मंत्री एम्स आएंगे। वहीं इसके अलावा राजधानी देहरादून में यातायात का दबाव कम करने के लिए आउटर रिंग रोड बनाई जाएगी। सीएम धामी ने कहा कि इसे लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से एक दौर की वार्ता हो चुकी है। साथ ही ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ती मांग को देखते हुए हमने गंगा की सहायक नदियों की 21 जल विद्युत परियोजनाएं बनाने की अनुमति मांगी है।
रविवार को हुए अमर उजाला संवाद में विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज नेता, खिलाडी और अभिनेता मौजूद रहे। इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि राज्य की भौगोलिक परिस्थितियां काफी कठिन हैं। यहाँ पर आपदा व अन्य समय में सड़क मार्ग पूरी तरह से टूट जाते हैं और पुल बह जाते हैं। ऐसी ही अन्य कई तरह की परेशानियां होती हैं। इनको देखते हुए सरकार ने हेली एंबुलेंस की तैनाती की है। यानी अब जल्द ही एम्स ऋषिकेश से भी हेली एंबुलेंस की शुरुआत होने जा रही है।
वहीं उन्होंने कहा कि विकास की सभी परियोजनाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं। जहाँ निवेशक सम्मेलन व सरकार के उद्योगों को लैंड बैंक उपलब्ध कराने के मद्देनजर ऊर्जा खपत भी बढ़ने वाली है। वहीं जिस तरह से निवेशकों का रुझान दिखा है, आने वाले समय में हमारे के लिए बड़ी चुनौती है। जबकि हम अभी 40 प्रतिशत ही उत्पादन कर पा रहे हैं।
सीएम धामी ने कहा कि हमें 60 प्रतिशत उत्पादन और करना है। वहीं जब गंगा नियंत्रण बोर्ड बना था, तब यहां की गंगा व सहायक नदियों पर बनी महत्वपूर्ण परियोजनाओं के अध्ययन को सुप्रीम कोर्ट ने विशेषज्ञ समिति बनाई थी। बताया कि यह समिति अब अपना आकलन जमा करने वाली है। साथ ही हमने केंद्र सरकार से उन 21 परियोजनाओं को बनाने की अनुमति मांगी है, जो कि गंगा नहीं बल्कि धौलीगंगा जैसी उसकी सहायक नदियों पर प्रस्तावित हैं। वहीं सूर्यघर योजना से भी राज्य को ऊर्जा जरूरतें पूरी होने में काफी मदद मिलेगी।